अभिगम अर्थात् भगवान् के समवसरण में या साधु-साध्वी के उपाश्रय (स्थानक)...
सूर्योदय 05:42 AM IST
सूर्यास्त 07:05 PM IST
जैन धर्म में रत्नवंश एवं परम्परा का परिचय कालचक्र (20 कोटाकोटि सागरोपम) जैन धर्म अनादि है, सनातन है, शास्वत है।...
भगवान महावीर की विशुद्ध परम्परा निग्र्रन्थ, श्रमण, सुविहित आदि विविध...
रत्न संघ
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